कर्नाटक की प्रसिध्द बादामी की गुफाएं

बादामी गुफाएं बादामी शहर के बागलकोट जिले में कर्नाटक राज्य के उत्तरी दिशा में स्थित है | ,जो कभी वातापी (वात्यपिपुरम) के नाम से चालुक्य साम्राज्य की राजधानी थी | यहां चालुक्यों ने चट्टानों को तराश कर गुहाएँ बनवाई ,जो बादामी गुफाओं के नाम से जानी जाती हैं | बादामी गुफाएं उत्तरी कर्नाटक में बागलकोट जिले के बादामी नामक स्थान पर हैं | यह जिला पश्चिमी घात पर्वत श्रेणी में स्थित है |’वैष्णव गुफा’ और ‘विष्णु चित्र’ बादामी गुफा मंदिर में ही हैं | बादामी के चित्रों की खोज का श्रेय स्टेला क्रैमरिश को जाता है | वर्ष 1938 में कार्ल खण्डालावाला ने अपनी पुस्तक ‘इंडियन स्कल्पचर एन्ड पेंटिंग ‘ (बंबई ) में बादामी गुफा का एक रंगीन चित्र प्रकाशित किया | यहां चार गुफा मंदिर हैं, जिनमें एक जैन मंदिर तथा तीन हिन्दू है |

बादामी गुफा की ख़ास बातें

  • ‘बादामी की गुफाएं’ कहाँ स्थित हैं– कर्नाटक के बागलकोट जिले में
  • ‘बादामी की गुफाएँ ‘ कहाँ स्थित हैं — बीजापुर पहाड़ी में
  • बादामी गुफाओं की कुल संख्या कितनी है —चार
  • बादामी गुफाओं को किस राजवंश के तहत विक्सित किया गया — चालुक्यों
  • बादामी गुफा संख्या 1 की छवि है— नटराज के रूप में भगवान
  • बादामी गुफा की खोज किसने और कब की थी — स्टेला क्रैमरिश
  • ‘बादामी’ का प्राचीन नाम क्या था — ‘वातापी’ अथवा ‘वात्यपिपुरम
  • ‘बादामी की गुफाएं’ किस धर्म से संबंधित हैं—- शैव,जैन तथा वैष्णव
  • बादामी गुफाओं का निर्माण किसने करवाया था —मंगलेश ने
  • चालुक्य वंश की राजधानी कहाँ स्थित थी —-बादामी में
  • ‘बादामी गुफा’ संख्या-4 की छवि है— आदिनाथ-जैन तीर्थंकर
  • किस गुफा में ‘शिव विवाह’ से संबंधित चित्र बने मिलते हैं—बादामी गुफा में
  • ब्राह्मण धर्म संबंधी प्राचीनतम भित्तिचित्र कहाँ पाए गए —बादामी गुफा में
  • सभी बादामी गुफाओं के नाम —शैव धर्म से संबंधित है ,दूसरी तथा तीसरी वैष्णव से संबंधित है ,चौथी गुफा जैन धर्म से संबंधित है
  • बादामी के भित्ति चित्रों की सर्वप्रथम प्रतिलिपि किसने तैयार की थी?– जगन्नाथ मुरलीधर अहिवासी
  • वर्ष 1938 ई. में अपनी पुस्तक ‘इंडियन स्कल्प्चर एन्ड पेंटिंग ‘ में बादामी के रंगीन चित्रों को बंबई से किसने प्रकाशित किया — कार्ल खण्डालावाला ने

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